प्यार कैसे होता है? और प्यार कैसे करते हैं

आज हम बताने जा रहे हैं कि प्यार कैसे होता है।(Pyar kaise hota hai)और प्यार कैसे करते हैं? जब भी हम प्यार का नाम सुनते हैं तब हमारे ख्यालों में  वह इंसान याद आता है जिस इंसान को हम सबसे ज्यादा प्यार करते हैं। 

प्यार कैसे होता है? और प्यार कैसे करते हैं
                    प्यार कैसे होता है?

भगवान ने पूरी दुनिया को प्यार के लिए ही बनाया है प्यार जो है हर इंसान के अंदर होता है। प्यार के बारे में सभी इंसान अलग-अलग बातें बताते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर इंसान के जीवन में प्यार का अनुभव अलग अलग होता है। 

कोई अपनी मां से प्यार करता है तो कोई अपनी बहन से तो कोई अपने हमसफर से प्यार करता है तो कोई अपने वतन से प्यार करते हैं। और सब के प्यार करने का तरीका भी अलग अलग होता है। इसलिए प्यार के बारे में लोग अलग-अलग बातें करते हैं। 

प्यार सिर्फ एक शब्द नहीं है प्यार को शब्दों से नहीं समझाया जा सकता प्यार को सिर्फ अनुभव से महसूस किया जा सकता है। अलग-अलग अवस्था में हमें अलग-अलग प्यार का अनुभव होता है। जैसे हमें बचपन में मां से प्यार होता है और  जब हम किशोरी अवस्था में आते हैं तब हमें हमसफर से प्यार होता है। और जब बूढ़े होते हैं तो बच्चों से प्यार होता है। 

किशोरी अवस्था में जब लड़का या लड़की एक दूसरे को देखते हैं। तो उन्हें लगने लगता है कि यह लड़का या लड़की सिर्फ हमारे लिए ही बना है। दुनिया भर के ख्वाब उनकी आंखों के सामने आने लगते हैं। वह खुशी और जोश से भरे रहते हैं। 

लेकिन क्या सच में हम इस एहसास को प्यार का नाम दे सकते हैं। इसी को समझने के लिए हमने प्यार कैसे करते हैं लिखा है।

    प्यार क्या होता है (What is Love in Hindi)

    प्यार को किसी चीज से मापना और किसी चीज से परिभाषित करना मुश्किल है। यह एक ऐसा एहसास है जो हमारी इच्छा और चाहत को पैदा करता है। प्यार बहुत ही अनोखा रिश्ता है जिससे लोगों के दिल हमेशा के लिए जुड़ जाते हैं।

    अधिकांश हम प्यार का इजहार " I LOVE YOU❤ " शब्द से करते हैं। यह एक अंग्रेजी शब्द है और इस का हिंदी उच्चारण होता है। " मैं तुमसे प्यार करता हूं " किसी से प्यार करना माना जाता हैं कि भगवान की सच्चे मन से पूजा करने के बराबर होता है। 

    इसीलिए प्यार को भगवान का दर्जा दिया जाता है  प्यार से लोगों को खुशी मिलती है अगर दुनिया में प्यार नहीं होगा तो लोग एक दूसरे से नफरत करके मर जाएंगे। इस दुनिया में प्यार ही है जो हमें एक दूसरे की तरफ खींचता है चाहे वह जानवर हो या इंसान हो सभी प्यार के भूखे होते हैं। (Pyar kaise hota hai) 

    जब कोई हमसे प्यार करता है तो हमें खुशी मिलती है। प्यार के आगे तो दुश्मन भी पिघल जाते हैं प्यार में इतनी शक्ति होती है। जिससे आप प्यार करते हैं वह आपसे ज्यादा देर तक नफरत नहीं कर सकता है। प्यार एक ऐसी भावना है जिसे हम अलग-अलग तरीकों से अनुभव कर सकते है।

    प्यार क्या है? (Pyar kaise hota hai) 

    प्यार कैसे होता है? प्यार एक ऐसा एहसास है जो हमारे जिंदगी जीने में मदद करता है। क्योंकि प्यार की एहसास उसे हमें खुशी मिलती है जब हमें खुशी मिलती है तब हमें जिंदगी जीने की चाहत बढ़ती है। अगर हमारी जिंदगी में प्यार नहीं होगा तो हमारी जिंदगी नरक बन जाएगी और हमें जिंदगी जीने का मन भी नहीं करेगा। 

    अगर इंसान की जिंदगी मैं धन दौलत चाहे जितना भी हो चाहे जितनी आराम की चीजें हो अगर उस इंसान की जिंदगी में प्यार नहीं है। वह कभी भी खुशी नहीं रह सकता है। 

    प्यार जो है वह इंसान की सोचने और दुनिया देखने के तरीके को बदल देता है। प्यार से लोगों के बीच की दूरियां कम हो जाती हैं। जब किसी भी इंसान के जीवन में प्यार आता है तो वह पूरी तरह से बदल जाता है। प्यार हर एक इंसान को भावुक बना देता है। 

    प्यार में तो बड़े-बड़े लोग बदल गए बड़े-बड़े तानाशाह भी संवेदनशील हो गए। प्यार को होने से कोई नहीं रोक सकता और प्यार जब हो रहा होता है तो हमें पता नहीं चलता प्यार का एहसास हमें बाद में होता है।
    प्यार हमारी नहीं सिर्फ दिल की सुनता है प्यार में इतनी ताकत होती है कि वह बनाए गए समाज की बेटियों को तोड़कर अपने प्यार के लिए सारी दुनिया से लड़ जाता है। 

    प्यार हमारे शरीर को ही नहीं बल्कि हमारे आत्मा को भी एक दूसरे से बांध देता है जिससे हम सिर्फ शारीरिक तौर पर महसूस नहीं बल्कि आंतरिक तौर पर भी महसूस करते हैं।

    यह पढ़ें - प्यार कैसे करते हैं

    सच्चा प्यार क्या है (What is True Love in Hindi)

    आगे हम बताएंगे सच्चा प्यार किसे कहते हैं? आजकल का प्यार तो ऐसा हो गया है आज किसी और से हुआ तो कल किसी और से हो गया। पर सच्चा प्यार करने वाले ऐसा नहीं करते सच्चे प्यार में अमीरी गरीबी नहीं देखी जाती और सच्चे प्यार में किसी भी प्रकार का दबाव नहीं होती हैं। सच्चा प्यार एक दूसरे को समझना होता है। 

    इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो लोग प्यार में सब कुछ त्याग कर प्यार का मिसाल बन चुके हैं। जैसे हीर-रांझा लैला-मजनू आदि  सच्चा प्यार किया था। जिनके प्यार की कहानी पूरी दुनिया में मशहूर हुई है।
    सच्चा प्यार सिर्फ हमसफर के साथ नहीं होता सच्चा प्यार मां को अपने बेटे से भी हो सकता है बहन को अपने भाई से हो सकता है और बेटे को अपने मां बाप से भी हो सकता है।

    सच्चा प्यार का यह मतलब नहीं होता कि आप उसके साथ पूरा जीवन बिताएं सच्चे प्यार का मतलब यह होता है कि आप एक दूसरे की इज्जत करें एक दूसरे की कदर करें एक दूसरे की भावनाओं को समझें  एक दूसरे के दुख सुख में साथ रहे इसे ही सच्चा प्यार कहा जाता है। 

    सच्चे प्यार को होने में बहुत टाइम लगता है और जब सच्चा प्यार हो जाता है। तो वहां इंसान के रूह से जुड़ जाता है। जिसमें समर्पण की भावना हो जाती है वही सच्चा प्यार होता है।

    प्यार की परिभाषा क्या है। (Pyar kaise hota hai) 

    प्यार किसी परिभाषा का मोहताज नहीं है और जिस प्यार को परिभाषा की जरूरत पड़े वह प्यार नहीं होता है। प्यार एक ऐसा एहसास है जिसे महसूस करने पर खुशी मिलती है। प्यार ऐसी चीज है जो एक इंसान के दिल से शुरू होता है और दूसरे इंसान के दिल को छू जाता है। 

    प्यार को अनुभव करने या किसी को जताने के लिए प्यार की कोई भाषा नहीं होती प्यार तो हर भाषा में प्यार ही होता है। दुनिया में एक यही ऐसी चीज है जिसकी कोई भाषा नहीं होती फिर भी यह हर इंसान को एक दूसरे से जोड़ कर रखती है। प्यार भगवान का ऐसा वरदान है जो इंसान के जिंदगी में उमंग और उल्लास भर देता है।

    यह पढ़ें - प्यार कैसे करते हैं

    प्यार क्या चीज है? (Pyar kaise hota hai) 

    प्यार ऐसी चीज है जो हर इंसान के जिंदगी को खूबसूरत बना देती है। जब लोगों को लगने लगता है कि दूसरे का दुख उनका दुख है और दूसरे का सुख मे अपना सुख हैं। इस भाव को प्यार का भाव कहते हैं। जहां लोग हार कर भी जीत जाते हैं वहीं पर सच्चा प्रेम होता है।

    जहां पर लोग एक दूसरे को तुम और मैं नहीं बल्कि हम कह कर बुलाते हैं वहीं पर सच्चा प्यार होता है। जो आपको आपके कमियों के साथ में दिल से चाहे वही प्यार है। जो आपको बिना किसी स्वार्थ के प्यार करें वही प्यार है। 

    अगर इस दुनिया में प्यार ना हो तो पूरी दुनिया अधूरी है। प्यार में स्वतंत्रता और विश्वास होता है। प्यार का सही मतलब लेना नहीं बल्कि देना होता है।

    प्यार और मोहब्बत में क्या अंतर होता है? (Pyar kaise hota hai) 

    प्यार तो हम किसी से भी कर सकते हैं चाहे वह हमारी मां हो बहन हो चाहे पशु हो हम सभी से प्यार कर सकते हैं। प्यार में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है। प्यार में एक दूसरे के लिए त्याग की भावना होती है इसी तरह से प्यार को निभाया जाता है। जब हम बिना कुछ कहे एक दूसरे के दुख को समझते हैं तब वहां प्यार होता है। 

    प्यार को ही मोहब्बत का नाम दिया गया है अधिकांश हम जो हमसफर के साथ प्यार करते हैं उसे लोगों ने मोहब्बत का नाम दिया है। बस यही अंतर है प्यार और मोहब्बत में प्यार का नाम सभी के लिए हैं और मोहब्बत का नाम सिर्फ हमसफर के लिए लोग बताते हैं।

    प्यार कैसे होता है? (Pyar kaise hota hai) 

    यह तो बताना मुश्किल है कि प्यार कैसे होता है  (Pyar kaise hota hai)क्योंकि जब इंसान को प्यार होता है तो उसे पता ही नहीं चलता कि प्यार कैसे हो गया। जब हमें किसी की अच्छाइयां या खूबसूरती हमारे दिल को अच्छी लगने लगती है तब हमें उस से लगाव होने लगता है। और यही लगाव धीरे धीरे प्यार में बदल जाता है। 

    जब हम किसी से प्यार करने लगते हैं तब हम उसी के बारे में सोचने लगते हैं। अजीबोगरीब हरकतें करते हैं बेवजह मुस्कुराने लगते हैं और पूरी दुनिया खूबसूरत लगती है यह सब लक्षण प्यार होने के बाद दिखाई देता है। 

    जब हम लोग किसी को चाहने लगते हैं तब उसे पाने की इच्छा होती है। पर जब हम किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो यही इच्छा उसे पाने से ज्यादा उसे खुश रखने की हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है जब हम किसी को सच्चा प्यार करने लगते हैं तो सिर्फ उसे पाने की इच्छा नहीं रहती बल्कि उसे खुश रखने की इच्छा होती है दिल हमारा उसे थोड़ी सी भी तकलीफ में नहीं देखना चाहता है।

    प्यार क्यों होता है 

    हर इंसान की जिंदगी में प्यार उतना ही जरूरी है जितना उसे ऊर्जा के लिए भोजन की आवश्यकता होती है। वैसे ही जिंदगी को खुशी और खूबसूरत बनाने के लिए किसी का प्यार पाना और किसी को प्यार देना बहुत ही जरूरी होता है। 

    प्यार सिर्फ शारीरिक तौर पर नहीं होता है नहीं शारीरिक जरूरत पूरा करने के लिए होता है बल्कि प्यार तो आपके रूह में उतर जाए। रूह में उतरे प्यार को ही सच्चा प्यार कहा जाता है। तभी सच्चे प्यार का आनंद या सुख मिलता है। 

    जहां पर शारीरिक जरूरत पूरा करना है वहां पर प्यार नहीं अगर ऐसा है तो जब शारीरिक जरूरत खत्म प्यार भी खत्म हो जाएगा।

    प्यार का जन्म कब हुआ था?

    जब से सृष्टि बनी है तब से प्यार का जन्म हुआ है प्यार भी भगवान की तरह सृष्टि के कण-कण में है। प्यार जो इंसान के जीवन में अनेक रूपों में आता है और एहसास दिलाता है कि जिंदगी कितनी खूबसूरत है।

    प्यार मे सबसे ज्यादा जरूरी क्या है?

    प्यार में सबसे जरूरी चीज होती है विश्वास जहां पर विश्वास नहीं होता है वहां प्यार हो ही नहीं सकता प्यार तो विश्वास पर ही टिका है। विश्वास के बिना प्यार की कल्पना भी नहीं की जा सकती विश्वास ही है जो हमारे प्यार को गहरा बनाता है। 

    और प्यार में दूसरी चीज सबसे जरूरी होती है एक दूसरे को वक्त देना क्योंकि जब आप एक दूसरे को वक्त देंगे तभी आपका प्यार और बढ़ेगा और अब जिससे प्यार करते हैं उसको अच्छा भी लगेगा इसीलिए एक दूसरे को देना चाहिए।

    यही दो चीज ऐसी चीज है जिससे आपका प्यार और भी गहरा होगा और आप जिससे प्यार करते हैं वह भी आपसे प्यार करेगा क्योंकि प्यार में विश्वास और एक दूसरे के साथ वक्त बिताना बहुत जरूरी होता है।

    प्यार में अक्सर दिल क्यों टूट जाते हैं?

    आज के समय में प्यार में अक्सर दिल इसलिए टूट जाते हैं क्योंकि आजकल के लोग सच्चा प्यार नहीं  करते बल्कि आकर्षण की वजह से वह उसे प्यार समझ बैठते हैं। और जब वह आकर्षण खत्म होता है तो उसके साथ साथ उनका प्यार भी खत्म हो जाता है जिसकी वजह से आजकल प्यार में अक्सर दिल टूट जाते हैं। 

    और आजकल प्यार में दिल टूटने का एक  कारण यह भी हैं। के हम अपने प्रेमी या प्रेमिका से किसी चीज की उम्मीद रखते हैं और जब वह उम्मीद पूरी नहीं होती है तो भी हमारा दिल टूट जाता है। और एक और कारण है की हम अपने हमसफर या साथी पर विश्वास रखते हैं और वह इस विश्वास को तोड़ देते हैं इसलिए भी हमारा दिल प्यार में टूट जाता है।

    प्यार में दर्द क्यों होता है? (Pyar kaise hota hai) 

    प्यार में दर्द इसलिए होता है क्योंकि प्यार और दर्द का रिश्ता बहुत गहरा है अगर प्यार में दर्द ना हो तो आपको प्यार का एहसास भी नहीं होगा। प्यार में जब हम किसी से दूर जाते हैं तो हमारा उसके बिना अधूरा अधूरा लगता है एक खालीपन सा लगता है और दिल को बेचैनी सी होती है इसी को तो प्यार का दर्द कहते हैं। 

    अगर आप किसी से सच्चा प्यार करने लगते हैं तब आपको उससे दूर जाना पड़ता है तब यह दर्द का एहसास होता है। इसी दर्द के एहसास से हमारा प्यार और भी गहरा होता है जिससे हमारे रिश्ते में और गहराई आती है और एक दूसरे की अहमियत पता चलती है। 

    जब आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो यह आपके दिल से उसके दिल तक जुड़ा होता है जितनी बेचैनी आपको होती है उतनी ही बेचैनी उसे भी होती है।

    प्यार करना गलत है या सही है? (प्यार कैसे होता है?) 

    प्यार करना तो कोई गलत नहीं होता है हमें प्यार करना चाहिए पर कुछ लोग जो अपने हमसफर का प्यार के नाम पर गलत इस्तेमाल करते हैं यह चीज गलत होती है। अगर आप अपने हमसफर से उसकी खूबसूरती और शरीर से प्यार करते हैं तो यह प्यार गलत है। इसी तरह के प्यार को गलत निगाह से देखा जाता है और सही नहीं माना जाता है। 

    सच्चे प्यार और सही प्यार में किसी भी तरह की खूबसूरती या फिर उसके शरीर से प्यार नहीं किया जाता बल्कि सही प्यार और सच्चा प्यार एक दूसरे के दिल और रूह से जुड़ा होता है। जो एक दूसरे के दुख सुख में खुद को दुखी और सुख की बातें हैं एक दूसरे को हमेशा खुश रखते हैं चाहे परिस्थितियों जैसी भी हो पर प्यार  पर विश्वास बना रहता है। और एक दूसरे से प्यार करना कम नहीं होता है। अगर इस तरह के प्यार करते हैं तो प्यार करना सही होता है

    Pyar-kaise-hota-hai (प्यार कैसे होता है?) 


    अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो कि प्यार कैसे करते हैं। और प्यार कैसे होता है तो हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं। उम्मीद करते हैं ऊपर दी गई जानकारी आपको यह समझने में मदद करेगी की प्यार के अलग-अलग पड़ाव में क्या-क्या होता है।



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